Plus Two Hindi Solution Chapter3 मेरे भारतवासियो (भाषण)

Plus Two Hindi Solution Chapter3 मेरे भारतवासियो (भाषण)

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BoardSCERT, Kerala
Text BookNCERT Based
ClassPlus Two
SubjectHindi Textbook Solution
ChapterChapter 3
Chapter Nameमेरे भारतवासियो (भाषण)
CategoryPlus Two Kerala


Kerala Syllabus Plus Two Hindi Textbook Solution Chapter3 मेरे भारतवासियो (भाषण) 

Plus Two Hindi Textbook Solutions 



Chapter 1  मातृभूमि (कविता) Textbook Solution

प्रश्न 1.
कि, लेकिन, और, या, इसलिए, क्योंकि, जहाँ, पर, था मेरे भारतवासियो अनुवर्ती कार्य:
उतर:
1. रमेश : अरे सुरेश, क्या तुमने नेहरुजी का भाषण पढा है?
सुरेश : नेहरुजी का भाषण!
रमेश : हाँ, हमारे नए हिंदी पाठ पुस्तक में है।
सुरेश : हाँ, मैं ने देखा। अच्छा है।
रमेश : जोशीला भी।
सुरेश : यह उस लंबी भाषण का एक अंश मात्र है।
रमेश : ठीक है, इसका पूर्ण रूप कहाँ से मिलेगा?
सुरेश : आओ, अपने हिंदी अध्यापक से पू)।
रमेश : अच्छा, ठीक है।
सुरेश : चलो, अध्यापक की कमरे की ओर।

2. संक्षेपण
कई वर्षों की कठिन प्रयत्न के बाद आज भारत स्वतंत्रता की धन्य वेला तक पहूँची है। वर्षों से शोषित जनता अपने लक्ष्य तक पहुंच गई है। इस पवित्र अवसर पर हम देश की सेवा करने केलिए प्रतिज्ञा ले रहे हैं।

3. अनुवाद शायद तुम लोगों से मेरा आखिरी भाषण हो। यद्यपि सरकार ने मुझे कल सुबह जुलूस निकालने की अनुमति दें तो भी सबरमती के पवित्र किनारे पर यह मेरा अंतिम भाषण होगा। शायद मेरे यहाँ के जीवन के अंतिम शब्द होगा। मुझे जो कुछ बताना था वे मैं कल ही बता चुका हूँ। मेरी इच्छा है कि मेरा यह शब्द देश के कोने कोने तक पहूँचे।

Plus Two Hindi मेरे भारतवासियो Questions and Answers

प्रश्न 1.
हिंदी पुस्तिका में नेहरूजी का भाषण पड़कर उससे प्रभावित छात्र अपनी सहेली के नाम पत्र लिखती है। वह पत्र तैयार करें।


  • 1947 अगस्त 14 की मध्यरात्री की वेला
  • स्वतंत्र भारत पर नेहरूजी के सपने
  • भारतीयों का दायित्व

उतर:

तृशूर
31 जुलाई 2016

प्रिय सहेली,
नमस्कार, तुम कैसी हो। स्कूल में ठीक तरह से जाता। है ना। ग्यारहवीं कक्षा के पढ़ाई कैसे हो रही हैं। मैं यहाँ सकुशल हूँ।

मैं एक बात बताना चाहती हूँ। हमारे हिंदी पुस्तिका के बारे में। मैं लगभग सभी पाठ पढ़ लिया। इसमें नेहरूजी का भाषण मुझे बहुत अच्छा लगा। कितना प्रभावशाली है वह भाषण। 1947 अगस्त 14 की मध्यरात्रि की वेला में नेहरूजी जो भाषण किया उसमें भारत की गरिमा को दिखाया है। नेहरूजी स्वतंत्र भारत पर अपने सपनों को सही रूप में प्रस्तुत किया है। हमें परिश्रम करके आगे प्रगति की ओर अग्रसर होनो के बारे में आहवान करते हैं। हमारा दायित्यों के बारे में चेतावनी भी देते है।

मैं ज़्यादा नहीं कहना चाहता। तुम यह भाषण ज़रूर पढ़ना। आज के हर भारतीय यह भाषण सुने तो कितना अच्छा होगा। में खंत समाप्त करता हूँ। भाषण पढ़कर अपना राय मुझे लिखना।

तुम्हारी सहेली,
मिषा


सूचनाः
‘मेरे भारतवासियों’ भाषण का अंश पढ़ें और 1 से 5 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
भविष्य में हमें विश्राम करना या चैन से नहीं बैठना है बल्किं निरंतर प्रयास करना है ताकि हम जो वचन बारबार दोहराते रहे हैं और जिसे हम आज भी दोहरायेंगे, उसे पूरा कर सकें। भारत की सेवा का अर्थ है, लाखोंकरोड़ों पीड़ित लोगों की सेवा करना। इसका मतलब है गरीबी और अज्ञता को मिटाना। बीमारियों और असमानता को मिटाना। हमारी पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की यही महत्वाकांक्षा रही है कि हर एक आँख से आँसू मिट जाएँ।

प्रश्न 1.
“मेरे भारतवासियों’ किनका भाषण है?
उतर:
नेहरू जी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री

प्रश्न 2.
भविष्य में हमें क्या करना है?
उतर:
निरंतर प्रयास करना है ताकि हमारा वचन पूरा कर सकें।

प्रश्न 3.
भारत की सेवा का मतलब क्या है?
उतर:
भारत की सेवा का अर्थ है। लाखों-करोड़ों पीडित लोगों की सेवा करना। इसका मतलब है गरीबी और अज्ञता को मिटाना। बीमारियों और असमानता को मिटाना।

प्रश्न 4.
इस खंड का संक्षेपण करें।
उतर:
हमें निरंतर प्रयास करना है। साधारण लोगों की सेवा करना है। सब लोगों के पीड़ाओं को मुक्त करना गाँधीजी का महत्वाकांक्षा है।

प्रश्न 5.
संक्षेपण के लिए उचित शीर्षक दें।
उतर:
देशप्रेम

नेहरू के भाषण का यह वाक्य पढ़ें।

“हमारी पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की यही महत्वाकांक्षा रही है कि हर एक आँख से आँसू मिट जाएँ”

प्रश्न 1.
महान व्यक्ति की महत्वाकांक्षा क्या है?
उतर:
महान व्यक्ति की महत्वाकंक्षा है कि हर एक व्यक्ति के आँख से आँसू मिट जाएँ।

प्रश्न 2.
इस महत्वकांक्षा की पूर्ति के लिए हम क्या-क्या कर सकते हैं? इस पर एक भाषण तैयार करें।
उतर:


प्रिय मित्रों,
सब लोगों को नमस्कार।

मैं आज आप लोगों के सामने हमारी पीकी के सबसे महान व्यक्ति के महत्वाकांक्षा के बारे में कुछ शब्द बताना चाहता हूँ। आप सब लोग जानते है वह कौन है। इसमें कोई शक नहीं है कि वह महत्मागाँधी है। वह केवल भारत के राष्ट्रपिता नहीं है बल्कि विश्व में मानवता के राष्ट्रपिता है। लोग उसे महान शब्द जोड़कर ही पुकारते है। क्या थी उनकी महत्वाकांक्षा – सभी आँखों से आँसू मिटाए, यानी सभी के दुखों को समाप्त करें। भूख, गुलामी, आतंकवाद जैसे कई समस्यायें हमारे समाज में है। कई लोग भोजन सामग्रियाँ बरबाद करते हैं तो कई लोग भूख से मर रहे हैं। कई लोग आज़ादी के झुटे फायदे लेते हैं तो कई लोग गुलामी के कारण तड़प तड़पकर मर रहे हैं। ऐष आराम के साथ साथ आतंकवाद जैसे भीषतायें विश्व में फैल रहा है। गाँधीजी के महत्वकांक्षा को प्राप्त करने केलिए हमें कई बातों पर ध्यान देना ही चाहिए।

भूख से तड़पते लोगों के सहायता करना हमारा फर्ज है। इसके लिए कई प्रकार के योजनायें अपनाना चाहिए। सभी प्रकार के गुलामियों को हमें रोकना चाहिए। वह धर्म, राष्ट्र, वर्ण, कुल, भाषा जैसे कई बातों पर आधारित है। इसकेलिए सही प्रकार के शासकों को चयन करना चाहिए। मानवतावाद को सबसे प्रमुख स्थान देना ज़रूरी है। शिक्षा को प्रमुख स्थान देना है और सभी लोगों तक पहूँचना है। जानकारी योजनाओं को ठीक रूप में लागू करना चाहिए।

आज सब लोग यह जानते हैं कि हम सब के लिए आवश्यक चीज़ इस धरती में है। लेकिन इसके उपयोग सही रूप में करना ही चाहिए। हम सब को इस विचार को अपने मन में लाना ज़रूरी है।

जयहिंद

‘मेरे भारतवासियों’ पाठ का अंश पढ़ें।

“भविष्य में हमें विश्राम करना या चैन से नहीं बैठना है बल्कि निरंतर प्रयास करना है ताकि हम जो वचन वारबार दोहराते रहे हैं और जिसे हम आज भी दोहराएँगे, उसे पूर कर सकें। भारत की सेवा का अर्थ है लाखोंकरोड़ों पीड़ित लोगों की सेवा करना। इसका मतलब है गरीबी और अज्ञानता को मिटाना। बीमारियों और अवसर की असमानता को मिटाना। हमारी पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की यही महत्वाकांक्षा रही है कि हर एक आँख से आँसू मिट जाएँ।”

प्रश्न 1
यह किसके भाषण का अंश है? (नेहरू, गाँधी, तिलक)
उतर:
नेहरू

प्रश्न 2
नेहरू जी की पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की महत्वाकांक्षा क्या है?
उतर:
हर एक आँख से आँसू मिट जाएँ।’ यह नेहरू जी की पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की महत्वाकांक्षा है।

प्रश्न 3.
हमें समाज से क्या क्या मिटाना है?
उतर:
हमें समाज से – गरीबी, अज्ञानता, बीमारियों और अवसर की असमानता को मिटाना है।

प्रश्न 4.
उपर्युक्त खंड का संक्षेपण करें।
उतर:
नेहरू जी कहते हैं कि निरंतर प्रयास करने की वचन को हमें पूरा करना है। पीड़ित लोगों की सेवा करके – गरीबी, अज्ञानता, बीमारियों और अवसर की असमानता को मिटाना है। गाँधीजी की महत्वाकांक्षा है कि हर एक आँख से आँसू मिटायें।

प्रश्न 5
संक्षेपण के लिए उचित शीर्षक दें।
उतर:
देशप्रेम

अनुच्छेद का हिंदी में अनुवाद करें।

प्रश्न 1.
Television is one of the wonders of modern science Many useful programs on education, health and agriculture are telecasted. Interesting plays and films are shown at regular intervals. It is used for commercial advertisements. It was invented by John Baird.
उतर:
टेलिविषन आधुनिक विज्ञान के चमत्कारों में से एक है।शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि पर कई उपयोगी कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं। दिलचस्प नाटकों और फिल्मों को नियमित अंतराल पर दिखाया गया है। यह वाणिज्यिक विज्ञापन के लिए प्रयोग किया जाता है। यह जॉन बेयर्ड द्वारा आविष्कार किया गया था।

निम्नलिखित वाक्य पढ़ें।

प्रश्न 2.
नेहरू जी के भाषण से प्रभावित एक छात्र स्वतंत्रता प्राप्ति के उनहत्तर वर्षों के बाद भारत के विकास, सुरक्षा आदि पर सपना देख रहा है। उस सपने का वर्णन करते हुए छात्र अपने मित्र को पत्र लिखता है। वह पत्र तैयार करें।
उतर:

पटना,
04.08.2017

प्रिय राकेष,
कैसे हो तुम? घर में सब ठीक तो है न? छोटे भाई क्या करते हैं? मैं एक विशेष बात बताने के लिए यह खत लिख रहा हूँ। हमारे बारहवीं कक्षा के हिंदी पाठपुस्तक में नेहरू जी का एक भाषण दिया है। यह भाषण नेहरूजी आज़ादी मिले आधी रात में 1947 अगस्त 15 का किया था। मुझे यह भाषण सुनकर बहुत उत्तेजना मिला। नेहरूजी के यह भाषण पढ़ने के बाद मैं एक ऐसा सपना देखा कि उसमें नेहरूजी के सपनों का पूर्ती सफल हो रहा है। भाषण में नेहरूजी भारत के विकास, भारतीयों का दायित्व, विश्वमानवता आदि कई बातों के बारे में बताया है। अब देश स्वतंत्रता प्राप्ति के उनहत्तर वर्ष मना रहे हैं। क्या हम नेहरूजी के सपनों को साकार कर सकेंगे? मैं ने सपने में देखा कि हमारा भारत के विकास, सुरक्षा आदि विभिन्न क्षेत्रों में नए नए परिवर्तन हो रहा है। हम पड़ोसी देशों से दोस्ती के रिश्ता जोड़ रहे हैं। शिक्षा और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में भी तरक्की हो रहे हैं। मुझे बहुत खुशी हुई यह सपना देखकर। मेरा विचार है कि यह सपना ज़रूर साकार हो जायेगा। हो सके तो तुम भी नेहरू जी के यह भाषण सुने।

तुम्हारा प्यारा मित्र,
राम

अनुच्छेद का हिंदी में अनुवाद करें।

प्रश्न 3.
There was an accident near our school yesterday. A car was coming at full speed. A cyclist suddenly appeared in the middle of the road. The driver pressed the breaks very hard. But the car did not stop in time and the cyclist was knocked down. An old man who has seen the accident took the injured cyclist to the hospital.

(accident – दुर्घटना, full speed – तेज़ रफ़्तार, driverचालक, knocked down – टकराकर गिरना, cyclist – साईकिलवाला, hospital – अस्पताल)
उतर:
हमारे स्कूल के पास एक दुर्घटना हुई थी। एक कार तेज़ रफ्तार से आ रही थी। एक साइकिलवाला अचानक सड़क के मध्य में दिखाई दिया। कार के चालक ने पूरी तरह से ब्रेक दबाया। लेकिन कार समय के भीतर रुका नहीं और साइकिलवाले को टकराकर नीचे गिरा दिया। एक बूढा आदमी जिसने यह दुर्घटना को देखा वह घायल साइकिलवाले को अस्पताल ले गया।

प्रश्न 4.
विश्व पर्यावरण दिवस में प्रस्तुत करने के लिए ‘तरकारियों में कीटनाशकों का प्रयोग’ विषय पर एक भाषण तैयार करें।
उतर:
प्रिय मित्रों,
नमस्कार।

मैं आज तरकारियों में कीटनाशकों का प्रयोग विषय पर एक छोटी सी भाषण प्रस्तुत कर रहा हूँ। ध्यान दीजिए। आज सब लोग जानते हैं कि मानव को भोजन में कितने प्रतिशत तरकारी खाना है। कम से कम चालीस प्रतिशत यह हमारा तन्तुरुस्ति के लिए ज़रूरी है। प्राचीन काल से लेकर मानव तरकारियों को इस्तेमाल कर रहे हैं। तरह तरह के तरकारी हम उपयुक्त करते हैं।

आबादी के अनुसार तरकारी न मिलने पर हम खेती में रासायनिक पदार्थों का प्रयोग करने लगा। लाभ को नज़र में रखकर हम कीटनाशकों का प्रयोग भी अनियन्त्रित रूप में करने लगा। आज हम यह भी जानते हैं कि रासायनिक पदार्थों और कीटनाशकों का कितना बुरा प्रभाव हम पर हो रहा है। कई प्रकार के बीमारियों से हम पीड़ित हो जाते हैं। नयी पीढ़ी के स्वास्थ्य के लिए यह इतना खतरनाक है कि इससे बचना बहुत ज़रूरी हैं।

हमें घर में आवश्यक तरकारियों को उगवाना चाहिए। केवल लाभ को देखकर नहीं बल्कि प्रकृति के संतुलन और मानव के रक्षा के बारे में हमें सोचना चाहिए। महात्मा गाँधी के अनुसार हमें स्ववलंबन की भावना जगाना ही चाहिए। आइए हम शुरू करते हैं अपनी तरकारी अपने आंगन में ही लगाकर।

जयहिंद


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